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शिव चालीसा का जाप करने का सबसे अच्छा समय सुबह 4 से 5 बजे के बीच है, स्नान करने के बाद और पूर्व की ओर मुख करके शिव चालीसा का पाठ करे। शिव चालीसा में भगवान शिव का स्तुतिगान किया गया है । शिव चालीसा किसी भी दिन पढ़ा जा सकता है, लेकिन शास्त्रों के […]
श्री शनि देव चालीसा – Shani Dev Chalisa शनि देव को न्याय के देवता के रूप में जाना जाता है। शनि देव सूर्य के पुत्र हैं। न्यायप्रियता के कारण ही हम शनि देव को कर्मफल दाता के नाम से भी जानते हैं। शनिवार के दिन शनिदेव की पूजा की जाती है पाठ करने का श्रेष्ठ […]
सरस्वती चालीसा – Saraswati Chalisa सरस्वती माँ को संगीत, वाणी, कला, बुद्धि और ज्ञान का प्रतीक माना गया ह। इनकी वासना हर बृहस्पतिवार को करना शुभ माना जनता है। भारत के विभिन राज्यों में वसंत पंचमी का त्योहार मनाया जाता है और इस त्योहार को सरस्वती पूजा या सरस्वती जयंती भी कहा जाता है। यह […]
Hanuman Chalisa हिन्दू धर्म में हनुमान जी को सर्वश्रेष्ठ देवता माना जाता है। उनकी भक्ति और पूजा अनेकों लोगों के जीवन में सुख, समृद्धि और सफलता का स्रोत बनती है। इसके अंतर्गत, हनुमान चालीसा का पाठ एक महत्वपूर्ण आदत है, जिसका मार्गदर्शन वेद-पुराणों में भी मिलता है। इस लेख में, हम हनुमान चालीसा पूजा पाठ […]
श्री राम चालीसा – Shri Ram Chalisa श्री रघुवीर भक्त हितकारी। सुन लीजै प्रभु अरज हमारी॥निशिदिन ध्यान धरै जो कोई। ता सम भक्त और नहिं होई॥1॥ ध्यान धरे शिवजी मन माहीं। ब्रह्म इन्द्र पार नहिं पाहीं॥दूत तुम्हार वीर हनुमाना। जासु प्रभाव तिहूं पुर जाना॥2॥ तब भुज दण्ड प्रचण्ड कृपाला। रावण मारि सुरन प्रतिपाला॥तुम अनाथ के […]
संकट मोचन हनुमानाष्टक – Sankatmochan Hanuman Ashtak बाल समय रवि भक्षी लियो तब,तीनहुं लोक भयो अंधियारों ।ताहि सों त्रास भयो जग को,यह संकट काहु सों जात न टारो ।देवन आनि करी बिनती तब,छाड़ी दियो रवि कष्ट निवारो ।को नहीं जानत है जग में कपि,संकटमोचन नाम तिहारो ॥ १ ॥ बालि की त्रास कपीस बसैं गिरि,जात […]
गणेश जी के सभी शक्तिशाली मंत्र (Powerful Mantras of Lord Ganesh ) बीज मंत्र – Beej Mantra ॐ गं गणपतये नमः |Om Gam Ganapataye Namaha | वक्रतुंड गणेश मंत्र – Vakratunda Ganesha Mantra श्री वक्रतुण्ड महाकाय सूर्य कोटी समप्रभा ।निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्व-कार्येशु सर्वदा ॥ Shree Vakratunda Mahakaya Suryakoti Samaprabha।Nirvighnam Kuru Me Deva Sarva-Kaaryeshu […]
अष्टलक्ष्मी स्तोत्रम् – Ashtalakshmi Stotram ॥ आदिलक्ष्मि ॥ सुमनस वन्दित सुन्दरि माधवि,चन्द्र सहोदरि हेममयेमुनिगणमण्डित मोक्षप्रदायनि,मञ्जुळभाषिणि वेदनुते।पङ्कजवासिनि देवसुपूजित,सद्गुण वर्षिणि शान्तियुतेजय जय हे मधुसूदन कामिनि,आदिलक्ष्मि सदा पालय माम्॥१॥ ॥ धान्यलक्ष्मि ॥ अहिकलि कल्मषनाशिनि कामिनि,वैदिकरूपिणि वेदमयेक्षीरसमुद्भव मङ्गलरूपिणि,मन्त्रनिवासिनि मन्त्रनुते।मङ्गलदायिनि अम्बुजवासिनि,देवगणाश्रित पादयुतेजय जय हे मधुसूदन कामिनि,धान्यलक्ष्मि सदा पालय माम्॥२॥ ॥ धैर्यलक्ष्मि ॥ जयवरवर्णिनि वैष्णवि भार्गवि,मन्त्रस्वरूपिणि मन्त्रमयेसुरगणपूजित शीघ्रफलप्रद,ज्ञानविकासिनि शास्त्रनुते।भवभयहारिणि पापविमोचनि,साधुजनाश्रित पादयुतेजय […]