Sorry, but the page you are trying to reach is unavailable or does not exist.
Sorry, but the page you are trying to reach is unavailable or does not exist.
श्री शनि देव चालीसा – Shani Dev Chalisa शनि देव को न्याय के देवता के रूप में जाना जाता है। शनि देव सूर्य के पुत्र हैं। न्यायप्रियता के कारण ही हम शनि देव को कर्मफल दाता के नाम से भी जानते हैं। शनिवार के दिन शनिदेव की पूजा की जाती है पाठ करने का श्रेष्ठ […]
शिव रामाष्टकम स्तोत्रम – Shiva Ramashtakam Stotram ॥ श्री शिवरामाष्टकस्तोत्रम् ॥ शिवहरे शिवराम सखे प्रभो, त्रिविधताप-निवारण हे विभो।अज जनेश्वर यादव पाहि मां, शिव हरे विजयं कुरू मे वरम् ॥१॥ कमल लोचन राम दयानिधे, हर गुरो गजरक्षक गोपते।शिवतनो भव शङ्कर पाहिमां, शिव हरे विजयं कुरू मे वरम् ॥२॥ स्वजनरञ्जन मङ्गलमन्दिर, भजति तं पुरुषं परं पदम्।भवति तस्य […]
शिव जी की आरती – Shiv Ji Ki Aarti ॐ जय शिव ओंकारा,स्वामी जय शिव ओंकारा।ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव,अर्द्धांगी धारा ॥ ॐ जय शिव ओंकारा…॥ एकानन चतुराननपंचानन राजे ।हंसासन गरूड़ासनवृषवाहन साजे ॥ ॐ जय शिव ओंकारा…॥ दो भुज चार चतुर्भुजदसभुज अति सोहे ।त्रिगुण रूप निरखतेत्रिभुवन जन मोहे ॥ ॐ जय शिव ओंकारा…॥ अक्षमाला वनमाला,मुण्डमाला धारी ।चंदन […]
श्री गणेशाष्टकम् – Shri Ganesh Ashtakam श्री गणेशाय नमः।सर्वे उचुः। यतोऽनन्तशक्तेरनन्ताश्च जीवायतो निर्गुणादप्रमेया गुणास्ते ।यतो भाति सर्वं त्रिधा भेदभिन्नंसदा तं गणेशं नमामो भजामः ॥ 1 ॥ यतश्चाविरासीज्जगत्सर्वमेत–त्तथाब्जासनो विश्वगो विश्वगोप्ता ।तथेन्द्रादयो देवसङ्घा मनुष्याःसदा तं गणेशं नमामो भजामः ॥ 2 ॥ यतो वह्निभानू भवो भूर्जलं चयतः सागराश्चन्द्रमा व्योम वायुः ।यतः स्थावरा जङ्गमा वृक्षसङ्घाःसदा तं गणेशं नमामो भजामः […]
श्री महालक्ष्मी मंत्र – Lakshmi Mantras Lakshmi Beej Mantra ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मीभयो नमः॥ Om Hreem Shreem Lakshmibhayo Namah॥ Mahalakshmi Mantra ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीदॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्मयै नम: Om Shreem Hreem Shreem Kamale Kamalalaye Praseed PraseedOm Shreem Hreem Shreem Mahalakshmaye Namah Lakshmi Gayatri Mantra ॐ श्री महालक्ष्म्यै च विद्महे […]
विष्णु चालीसा का पाठ करने से व्यक्ति के जीवन में धन, बल, और सफलता आती है। भगवान विष्णु अनन्त सर्वोच्च शक्ति हैं, जिन्हें वेदों में परमेश्वर कहा गया है। वेदिक काल से ही, भगवान विष्णु को सम्पूर्ण ब्रह्मांड के अधिपति और नियंत्रक के रूप में पूजा जाता रहा है। भगवान विष्णु के नाम का जप […]
संतोषी माता की आरती – Santoshi Mata Ki Aarti जय सन्तोषी माता,मैया जय सन्तोषी माता ।अपने सेवक जन की,सुख सम्पति दाता ॥ जय सन्तोषी माता,मैया जय सन्तोषी माता ॥ सुन्दर चीर सुनहरी,मां धारण कीन्हो ।हीरा पन्ना दमके,तन श्रृंगार लीन्हो ॥ जय सन्तोषी माता,मैया जय सन्तोषी माता ॥ गेरू लाल छटा छबि,बदन कमल सोहे ।मंद हंसत […]
श्री कृष्णाष्टकम् – Shri Krishna Ashtakam वसुदेव सुतं देवंकंस चाणूर मर्दनम्।देवकी परमानन्दंकृष्णं वन्दे जगद्गुरुम्॥1॥ अतसी पुष्प सङ्काशम्हार नूपुर शोभितम्।रत्न कङ्कण केयूरंकृष्णं वन्दे जगद्गुरुम्॥2॥ कुटिलालक संयुक्तंपूर्णचन्द्र निभाननम्।विलसत् कुण्डलधरंकृष्णं वन्दे जगद्गुरुम्॥3॥ मन्दार गन्ध संयुक्तंचारुहासं चतुर्भुजम्।बर्हि पिञ्छाव चूडाङ्गंकृष्णं वन्दे जगद्गुरुम्॥4॥ उत्फुल्ल पद्मपत्राक्षंनील जीमूत सन्निभम्।यादवानां शिरोरत्नंकृष्णं वन्दे जगद्गुरुम्॥5॥ रुक्मिणी केलि संयुक्तंपीताम्बर सुशोभितम्।अवाप्त तुलसी गन्धंकृष्णं वन्दे जगद्गुरुम्॥6॥ गोपिकानां कुचद्वन्द्वकुङ्कुमाङ्कित वक्षसम्।श्रीनिकेतं […]