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सूर्य देव की आरती – Surya Dev Ki Aarti ऊँ जय सूर्य भगवान,जय हो दिनकर भगवान ।जगत् के नेत्र स्वरूपा,तुम हो त्रिगुण स्वरूपा ।धरत सब ही तव ध्यान,ऊँ जय सूर्य भगवान ॥॥ ऊँ जय सूर्य भगवान..॥ सारथी अरूण हैं प्रभु तुम,श्वेत कमलधारी ।तुम चार भुजाधारी ॥अश्व हैं सात तुम्हारे,कोटी किरण पसारे ।तुम हो देव महान […]
चामुण्डा देवी की चालीसा – Chamunda Devi Ki Chalisa || दोहा || नीलवरण माँ कालिका रहती सदा प्रचंड ।दस हाथो मई ससत्रा धार देती दुष्ट को दंड ।। मधु केटभ संहार कर करी धर्म की जीत ।मेरी भी पीड़ा हरो हो जो कर्म पुनीत ।। || चौपाई || नमस्कार चामुंडा माता । तीनो लोक मई […]
सरस्वती चालीसा – Saraswati Chalisa सरस्वती माँ को संगीत, वाणी, कला, बुद्धि और ज्ञान का प्रतीक माना गया ह। इनकी वासना हर बृहस्पतिवार को करना शुभ माना जनता है। भारत के विभिन राज्यों में वसंत पंचमी का त्योहार मनाया जाता है और इस त्योहार को सरस्वती पूजा या सरस्वती जयंती भी कहा जाता है। यह […]
Transfer domain within GoDaddy account इस पोस्ट हम यह जानेंगे कि एक GoDaddy अकाउंट से दूसरे GoDaddy अकाउंट में डोमेन ट्रांसफर कैसे किया जाता है| शुरू करने से पहले ध्यान रहे कि आपके पास डोमेन से संबंधित सारी जानकारी हो, उदाहरण के तौर पर डोमेन का विवरण, दोनों अकाउंट का रजिस्टर्ड email ids. 1. वह […]
श्री राधा चालीसा – Shri Radha Chalisa ।। दोहा ।। श्री राधे वुषभानुजा , भक्तनि प्राणाधार ।वृन्दाविपिन विहारिणी , प्रानावौ बारम्बार ।।जैसो तैसो रावरौ, कृष्ण प्रिय सुखधाम ।चरण शरण निज दीजिये सुन्दर सुखद ललाम ।। ।। चौपाई ।। जय वृषभानु कुँवरी श्री श्यामा, कीरति नंदिनी शोभा धामा ।। नित्य बिहारिनी रस विस्तारिणी, अमित मोद मंगल […]
श्री शनि देव चालीसा – Shani Dev Chalisa शनि देव को न्याय के देवता के रूप में जाना जाता है। शनि देव सूर्य के पुत्र हैं। न्यायप्रियता के कारण ही हम शनि देव को कर्मफल दाता के नाम से भी जानते हैं। शनिवार के दिन शनिदेव की पूजा की जाती है पाठ करने का श्रेष्ठ […]
माँ काली चालीसा – Maa Kali Chalisa ॥दोहा ॥ जयकाली कलिमलहरण, महिमा अगम अपारमहिष मर्दिनी कालिका, देहु अभय अपार ॥ ॥चौपाई॥ अरि मद मान मिटावन हारी । मुण्डमाल गल सोहत प्यारी ॥अष्टभुजी सुखदायक माता । दुष्टदलन जग में विख्याता ॥1॥ भाल विशाल मुकुट छवि छाजै । कर में शीश शत्रु का साजै ॥दूजे हाथ लिए […]
राम रक्षा स्तोत्रम् – Rama Raksha Stotram श्रीरामरक्षास्तोत्रम् श्रीगणेशायनम:।अस्य श्रीरामरक्षास्तोत्रमन्त्रस्य।बुधकौशिक ऋषि:।श्रीसीतारामचन्द्रो देवता।अनुष्टुप् छन्द:।सीता शक्ति:।श्रीमद्हनुमान् कीलकम्।श्रीसीतारामचन्द्रप्रीत्यर्थे जपे विनियोग:॥ अथ ध्यानम ध्यायेदाजानुबाहुं धृतशरधनुषं बद्धपद्मासनस्थं।पीतं वासो वसानं नवकमलदलस्पर्धिनेत्रं प्रसन्नम्॥वामाङ्कारूढ-सीता-मुखकमल-मिलल्लोचनं नीरदाभं।नानालङ्कारदीप्तं दधतमुरुजटामण्डनं रामचन्द्रम्॥ इति ध्यानम् चरितं रघुनाथस्य शतकोटिप्रविस्तरम्।एकैकमक्षरं पुंसां महापातकनाशनम्॥१॥ ध्यात्वा नीलोत्पलश्यामं रामं राजीवलोचनम्।जानकीलक्ष्मणोपेतं जटामुकुटमण्डितम्॥२॥ सासितूणधनुर्बाणपाणिं नक्तं चरान्तकम्।स्वलीलया जगत्त्रातुमाविर्भूतमजं विभुम्॥३॥ रामरक्षां पठेत्प्राज्ञ: पापघ्नीं सर्वकामदाम्।शिरो मे राघव: पातु भालं दशरथात्मज:॥४॥ […]